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Sunday 9 October 2022

Abdul Kalam Birth Anniversary - World Students Day - विश्व छात्र दिवस 15/10/2022 Images

Abdul Kalam Birth Anniversary - World Students Day - विश्व छात्र दिवस 15/10/2022 Images Free Download 


World Students’ Day is observed annually on October 15. The day commemorates the birthday of former Indian president Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam. A.P.J. Abdul Kalam was born on October 15, 1931, to a Muslim family in the pilgrimage center of Rameswaram on Pamban Island, India. In a landslide victory, he became the 11th president of the Republic of India on July 18, 2002. During his five-year tenure, Kalam was deeply loved by the people and fondly called the “People’s President.”


HISTORY OF WORLD STUDENTS’ DAY

World Students’ Day is celebrated on October 15 because the date marks the birthday of India’s former president, late Dr. A.P.J. Abdul Kalam. However, there is controversy surrounding the origin of the holiday. Although some sources claim it was established and is currently observed by the United Nations (U.N.), there is no evidence pointing to that fact. In reality, the only international day observed by the U.N. on October 15 is the International Day of Rural Women. Furthermore, it has been alleged that the National Information Officer of the U.N. Information Center, Rajiv Chandran, stated that the U.N. had never declared such a day. Nevertheless, World Students’ Day aims to recognize the impact Kalam had on India’s educational sector.


Avul Pakir Jainulabdeen Abdul Kalam was born on October 15, 1931, to a Tamil Muslim family in the pilgrimage center of Rameswaram on Pamban Island, India. He graduated with a physics degree from Saint Joseph’s College, Tiruchirappalli. After graduating from the Madras Institute of Technology, where he studied aerospace engineering, he joined the Aeronautical Development Establishment of the Defense Research and Development Organization. He experienced a brilliant and illustrious career as a scientist, becoming India’s most famous nuclear scientist in the 1990s.


Kalam became the 11th president of the Republic of India on July 18, 2002. He was deeply loved and fondly called the “People’s President” during his five-year tenure. Post-presidency, he lectured in several higher institutions. He was a visiting professor at the Indian Institute of Management, Shillong; an honorary fellow of the Indian Institute of Science, Bangalore; and chancellor of the Indian Institute of Space Science and Technology, as well as many other positions. Kalam received seven honorary doctorates from 40 universities, indicating his brilliance in his field. On July 27, 2015, while delivering a lecture at the Indian Institute of Management, Shillong, he suffered a cardiac arrest and passed away at Bethany Hospital.


यदि आप विश्व विद्यार्थी दिवस पर भाषण की खोज में आज हमारे इस ब्लॉग पर आए हो तो हम आपको निराश होने का बिलकुल भी मौका नही देंगे, क्योंकि इस लेख के द्वारा आज हम आपको विश्व विद्यार्थी दिवस पर एक बेहतरीन भाषण उपलब्ध करने वाले है.


इस भाषण का उपयोग आप अपने स्कूल, कॉलेज या शिक्षण संस्थान पर भाषण देने के लिए बेझिझक कर सकते हो. इस पोस्ट के अंत में आपको विश्व छात्र दिवस से जुड़े कुछ सवालों के जवाब भी देने वाले है. जिसे एक विद्यार्थी होने के नाते आपको उनके बारे में पता भी होना चाहिए.


इस लेख में प्रस्तुत विश्व छात्र दिवस पर भाषण में  विद्यार्थी और उनसे जुड़ी हुई कई सारी बातों को हमने उजागर करने का प्रयास किया है. World Students Day Speech in Hindi को पढ़ने के बाद आपको भी और श्रोतागणों को भी जानने को मिलेगा की आखिर विश्व विद्यार्थी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है? 


इसके साथ आप सभी यह भी जान सकोगे की जिस महान आत्मा की याद में प्रत्येक वर्ष विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है, वह एक महान वैज्ञानिक होने के साथ साथ एक शिक्षक भी थे. 


उनके व्यवहार, आचरण और उनके द्वारा दिए जाने वाले भाषण से लाखों छात्र प्रभावित होते थे. चलिए फिर Speech On World Students Day in Hindi की शुरुआत करते है.


विश्व विद्यार्थी दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

विश्व विद्यार्थी दिवस कब मनाया जाता है इसके बारे में अधिकतर लोगों और विद्यार्थियों को जानकारी जरूर होनी चाहिए. परंतु जिन लोगों को इस बारे में जानकारी नही है की विश्व छात्र दिवस कब मनाया जाता है. तो हम उनको इस बात से अवगत कराना चाहेंगे की प्रतिवर्ष 15 अक्टूबर को विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है. 


विश्व विद्यार्थी दिवस मनाने की शुरुआत साल 2010   में संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) की घोषणा के बाद 2011 से 15 अक्टूबर के दिन से ही विश्व विद्यार्थी दिवस पूरे भारत देश के साथ साथ पूरे विश्व भर में मनाया जाता है.


विश्व विद्यार्थी दिवस कब मनाया जाता है यह तो हमने आपको बता दिया पर क्या आपको पता है की विश्व विद्यार्थी दिवस क्यों मनाया जाता है? यदि इस बारे मे भी आपको कोई जानकारी नही है तो इस संदर्भ में भी हम आपको सूचना देना चाहेंगे की डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जो की भारत के एक महान वैज्ञानिक रह चुके है और साथ ही एक शिक्षक भी, अतः उनकी जन्म तिथि के रूप में ही विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है. 


अब्दुल कलाम जी विद्यार्थियों के बीच बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय थे. उनका व्यवहार, आचरण और उनके द्वारा दिया जाने वाला भाषण सबको प्रभावित करता था.


विश्व विद्यार्थी दिवस पर भाषण | WORLD STUDENTS DAY SPEECH IN HINDI

प्रधानाचार्य जी, उपप्रधानाचार्य जी, अध्यापकगण, यहां पर पधारे समस्त अतिथिगण, मेरे प्यारे मित्रों, भाइयों और बहनों, जैसा की आप सभी जानते ही होंगे की प्रत्येक वर्ष आज के दिन यानी की 15 अक्टूबर को पूरे विश्व में विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है. 


विश्व विद्यार्थी दिवस के इस अवसर पर आज मैं आपके समक्ष विश्व विद्यार्थी दिवस पर भाषण लेकर इस मंच पर उपस्थित हुई हूं/ हुआ हूं. मेरा उद्देश्य आज न सिर्फ भाषण देना है बल्कि आप सभी को विद्यार्थी दिवस के महत्व को भी समझाना है. इसके साथ जिस महान आत्मा की जयंती के रूप यह दिवस मनाया जाता है उनके बारे में भी आपको जानने का अवसर मिलने वाला है.


संयुक्त राष्ट्र के द्वारा 2010 में की गई घोषणा के अनुसार हर वर्ष 15 अक्टूबर के दिन भारत के पूर्व राष्ट्रपति अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम) के जन्मदिन को विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप मनाने का निर्णय लिया गया. 


डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है. उनका अर्थव्यवस्था, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र मे दिए गए योगदान को देखते हुए यह निर्णय लिया गया था. वैज्ञानिक तथा राजनेता होने के साथ ही डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एक परिश्रमी शिक्षक भी थे. 


वह जो भी भाषण देते थे वह सभी लोगों को प्रभावित करता था. अब्दुल कलाम हर एक विद्यार्थी के लिए आदर्श की प्रतिमा थे और आज भी है. हर एक विद्यार्थी के लिए प्रेरक और मार्गदर्शक की भूमिका वह निभाया करते थे.


उनको इस बात से कोई भी मतलब नही था की वह विद्यार्थी कौन से वर्ग या जाति से संबंध रखता है. अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में उनका जीवन अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा था जिसके कारण उनके विद्यार्थी जीवन का सफर बिलकुल भी आसान नहीं था. 


बचपन में उन्होंने अपने परिवार तथा खुद का पेट भरने के लिए अखबार बेचने का भी काम किया था. लेकिन पढ़ाई के प्रति उनकी दृढ़-इच्छा तथा मेहनत ने उनको अपने जीवन में आने वाली हर एक चुनौतियों से पार पाने में मदद की और उनको आगे चलकर सफलता भी प्राप्त हुई. हर एक चुनौती का सामना करते हुए आगे चलकर वह भारत के राष्ट्रपति भी बने.


वैज्ञानिक और राजनैकित जीवन के अपने सफर में उन्होंने खुद को एक शिक्षक के रूप में भी देखा. अब्दुल कलाम जी को बच्चे बहुत ही ज्यादा प्रिय हुआ करते थे. विद्यार्थियों को संबोधित करना सदैव ही उनको शांति और खुशी देता था. उनके लिए सभी विद्यार्थी एक समान थे. 


उनको इस बात से कोई फर्क नही पड़ता था की वह विद्यार्थी किस जाति या धर्म का है और वह किस छोटे या बड़े शिक्षण स्थान से संबद्ध रखता है. 


शिक्षण की तरफ उनकी रुचि इतनी अधिक थी की उन्होंने एक बार तो भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के जैसा कैबिनेट श्रेणी पद छोड़ने का निर्णय ले लिया था तथा एक शिक्षक बनने का विचार कर लिया था.


विश्वभर के कई सारे छात्रों, वैज्ञानिक, अकादमिक और आध्यात्मिक तरक्की पर अब्दुल कलाम जी ने अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में ध्यान दिया. अपने समस्त जीवन में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी ने कई सारे भाषण दिए और कई सारी किताबें भी लिखी जिनसे विश्वभर के विद्यार्थियों तथा अन्य लोगों को बहुत कुछ सीखने को मिला. 


विज्ञान, तकनीक तथा शिक्षा में उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को आधार मानते हुए ही 15 अक्टूबर को विश्व विद्यार्थी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था. विश्व विद्यार्थी दिवस न सिर्फ उनकी याद में मनाया जाता है बल्कि इसको मानने के अन्य कारण भी है.


विश्व विद्यार्थी दिवस मनाने का एक और कारण है की एपीजे अब्दुल कलाम जी का जीवन कई सारी कठिनाइयों से भरा हुआ था जिनका उन्होंने एक विद्यार्थी के रूप में डटकर सामना किया. अतः World Students Day को इस उद्देश्य से भी मनाया जाता है ताकि हर एक विद्यार्थी को यह सीख मिल सकें की छात्र जीवन में चाहे जितनी भी समस्या क्यों न हो या आने वाली भविष्य में समस्याएं चाहे जितनी भी हो, शिक्षा के द्वारा अपने जीवन से जुड़ी हर एक समस्या को दूर भगाया जा सकता है तथा सफलता प्राप्त की जा सकती है. बशर्ते आपके अंदर दृढ़ निश्चय और मेहनत करने की क्षमता होनी चाहिए.


अतः उनकी जयंती के रूप में हर वर्ष 15 अक्टूबर के दिन भारत के सम्पूर्ण विद्यालयों और कालेजों में विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है. इस दिन भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता जैसी अन्य कई सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है तथा एपीजे अब्दुल कलाम जी को श्रद्धांजलि दी जाती है. 


अब्दुल कलाम जी का मानना था की तरक्की का एक मात्र साधन शिक्षा है तथा शिक्षा के द्वारा ही देश की गरीबी, निरक्षरता और कुपोषण जैसी समस्याओं को दूर  किया जा सकता है. 


उनका यह भी कहना था की विद्यार्थियों की देख रेख करना अति आवश्यक है क्योंकि वह आने वाले भविष्य में देश को तरक्की की राह पर लेकर जाएंगे. 


इसी के साथ मैं अपने भाषण को यही विराम देना चाहूंगा/चाहूंगी. जाते जाते इस मंच से मैं आप सभी से एक और बात कहना चाहूंगा/चाहूंगी की हम सभी को भी उनके व्यक्तित्व (personality) को जरूर अपनाना चाहिए तथा अपने जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना करना सीखना चाहिए.


विश्व विद्यार्थी दिवस से संबंधित कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर (FAQS)

विश्व छात्र दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?

भारत देश के पूर्व महान वैज्ञानिक और शिक्षक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी की जयंती के रूप में प्रतिवर्ष विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है. विश्व विद्यार्थी दिवस हर साल 15 अक्टूबर को ही मनाया जाता है.


विद्यार्थी दिवस क्यों मनाया जाता है?

तमिलनाडु के एक छोटे से गांव से निकल कर अपनी मेहनत और लगन के बलबूते डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम जी ने बहुत बड़ी बड़ी उपलब्धियां अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में हासिल की थी. वह एक महान वैज्ञानिक होने के साथ साथ एक अच्छे शिक्षक भी थे. अब्दुल कलाम जी समस्त विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत तथा आदर्श थे. अतः उनकी याद में हर वर्ष विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है.


राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस कब मनाया जाता है?

राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस हर साल 9 जुलाई को मनाया जाता है.


प्रथम विश्व विद्यार्थी दिवस कब मनाया गया?

सन 2010 में संयुक्त राष्ट्र की घोषणा के बाद से ही हर साल 15 अक्टूबर के दिन ही विश्व विद्यार्थी दिवस मनाया जाता है.


विश्व छात्र दिवस 2021 कब मनाया गया?

विश्व छात्र दिवस 2021 में 15 अक्टूबर को ही मनाया गया था और हर साल इसी दिन यह दिवस मनाया जाता है.


आज के इस लेख के द्वारा हम आपके लिए  विश्व विद्यार्थी दिवस पर भाषण विषय को आधार मानते हुए एक जोशीला और ज्ञानवर्धक भाषण लेकर प्रस्तुत हुए है. 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस पर अपने स्कूल, कॉलेज या अन्य शिक्षण संस्थानों पर भाषण देने के लिए आप लेख में लिखित World Students Day Speech in Hindi का प्रयोग अपने सुविधानुसार कर सकते हो. 


इसके अतिरिक्त हमें इस लेख में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी से जुड़ी कई सारी महत्वपूर्ण जानकारीयां उपलब्ध करवाई है जिनके बारे में आपको जरूर पढ़ना चाहिए. इसी के साथ आज के इस ब्लॉग पोस्ट में बस इतना ही. हम यही आशा करते है की यह सम्पूर्ण लेख आपको जरूर पसंद आया होगा. यदि लेख पसंद आए तो इसे अवश्य अन्य विद्यार्थियों के साथ Share करिएगा. 




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