देख कर मेरा नसीब मेरी तक़दीर रोने लगी;लहू के अल्फाज़ देख कर तहरीर रोने लगी;हिज्र में दीवाने की हालत कुछ ऐसी हुई;सूरत को देख कर खुद तस्वीर रोने लगी।
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