एक सिलसिले की उम्मीद थी जिनसे;वही फ़ासले बनाते गये!हम तो पास आने की कोशिश में थे;ना जाने क्यूँ वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये! 🌸🌸🌸🌸🌺🌸🌸🌸🌸
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