
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे वेबसाइट पे, महाभारत में अर्जुन को एक भगवान कृष्ण के परम मित्र और एक कुशल धनुर्धारी के रूप में प्रस्तुत किया गया है | अभिमन्यु के अलावा अर्जुन के 3 और पुत्र भी थे | इनमें से एक पुत्र ने महाभारत युद्ध में अर्जुन को हराकर उनका वध कर दिया था |
द्रौपदी के अलावा अर्जुन की 3 अन्य पत्नियां थीं | अर्जुन की चौथी पत्नी का नाम "उलूपी" था | उलूपी एक जलपरी थी जिसने अर्जुन को वरदान दिया था कि वे बिना किसी हानि के जल के भीतर निवास कर सकते हैं | उन्होंने चित्रांगदा और अर्जुन के पुत्र "वभ्रुवाहन" को युद्ध की शिक्षा दी थी |
अर्जुन की तीसरी पत्नी का नाम "चित्रांगदा" था | चित्रांगदा और अर्जुन की संतान का नाम वभ्रुवाहन था | वभ्रुवाहन ने महाभारत के युद्ध में कौरवों की ओर से युद्ध किया था | वभ्रुवाहन एक महापराक्रमी योद्धा था और उसने युद्ध में अर्जुन को हराकर उनको मार दिया था |
युद्ध में अर्जुन की पत्नी उलूपी ने उन्हें पुनः जीवन दान दिया था | वभ्रुवाहन को यह बात पता नहीं थी कि अर्जुन उनके पिता हैं | उलूपी ने अर्जुन को दोबारा जीवित करने के बाद पुत्र और पिता की भेंट कराई थी
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